रक्षा बंधन के पर्व की सभी को मंगल कामनाएं । आज तरही में एक साथ दो पांडे जी,...
याद आता है बचपन का वो ठीक ठाक सा पहला रक्षाबंधन । हर तरफ भाइयों की कलाई पर राखी बंधी हुई । और हम दोनों भाई टुकुर टुकुर उनको ताकते हुए । पहली बार जिन बहनों ने कलाई पर राखी बांधी थी वो भी पांडेय ही थीं ।...
View Articleआज की दोनों ग़ज़लें छत्तीसगढ़ से हैं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी बहुत पास पास...
तरही धीरे धीरे अपने अंतिम पड़ाव पर आ रही है । बस एक या दो पोस्ट और तथा उसके बाद समापन । इस बार हिंदी की ग़ज़लों में कई नये प्रयोग देखने को मिले । और काफी कुछ नया घटा । इस बीच देखते ही देखते दो माह बीत...
View Articleतरही के समापन से ठीक पहले का ये अंक जिसमें श्री अश्विनी रमेश जी की एक ग़ज़ल...
हर चीज़ अपनी उम्र लेकर आई है । धीरे धीरे समापन की और बढ़ना सबकी नियति है । किन्तु इस नियति के बीच जीवन को जी लेना उसके आनंद को अपने अंदर संचित कर लेना यही रसिक होने की पहचान है । रसिक शब्द को बहुत...
View Articleइस बार के मिसरे पर जिनकी रचना की आपको सबसे ज्यादा प्रतीक्षा थी आज आदरणीय...
प्रीत की अल्पनाएं सजी हैं प्रियेऔर तरही के समापन का समय आ ही गया है । आज हम प्रेम तरही का समापन करने जा रहे हैं । एक अलग प्रकार की तरही का आनंद हम सब ने खूब उठाया । खूब रस बरसा इस बार तरही में । प्रेम...
View Articleईद का त्यौहार क़रीब है और ऐसे में अल्लाह से एक ही दुआ 'अल्लाह सारे विश्व...
ईद मुबारक ईद, कितनी यादें बसी हैं ईद को लेकर । यादें, बचपन के उस छोटे से घर में घर के दोनों तरफ रहने वाले पड़ोसियों की यादें । घर के इस तरफ दीवार से सटा हुआ नफ़ीसा सिस्टर का घर और घर की उस तरफ की दीवार...
View Articleईद मुबारक, ईद मुबारक, ईद मुबारक, पवित्र रमज़ान माह बीत चुका है और समापन पर...
ईद मुबारक ईद आज है, कल रात भर जम कर खरीददारी का दौर चला है । भोपाल का चौक बाज़ार कल रात भर जागता रहा । चौक बाज़ार जिसकी अपनी ही रौनक है, रोनक जो मालों में, काम्प्लैक्सों में नहीं मिलती । ईद हो गई है...
View Articleसुबीर संवाद सेवा ने आज अपनी स्थापना के पांच वर्ष पूरे कर लिये, ये पांच वर्ष...
पांच साल पहले जब इस सफ़र की शुरूआत की थी तब पता नहीं था कि 'लोग साथ आते गये और कारवां बनता गया' इस मिसरे को हकीकत में बदलते देखने का मौका आने वाले पांच साल में मिलने वाला है । बहुत डरते डरते की थी वो...
View Article8 अक्टूबर 2012 अपरान्ह 2 बजे, राय उमानाथ बली प्रेक्षाग्रह, कैसरबाग़, लखनऊ में...
'लमही' (Lamahi Patrika)- हिन्दी तैमासिक की ओर से मुंशी प्रेमचन्द जी की स्मृति में 8 अक्टूबर 2012 अपरान्ह 2 बजे, राय उमानाथ बली प्रेक्षाग्रह, कैसरबाग़, लखनऊ में-'लमही सम्मान समारोह' का आयोजन है। इस...
View Articleलगभग दो माह की चुप्पी के बाद आज त्यौहारों के मौसम के ठीक पहले दिन आने वाली...
नवरात्री पर्व की मंगलकामनाएंब्लाग को लेकर कुछ लोग कहते हैं कि फेसबुक आने के बाद ब्लॉग का क्रेज कम हो गया है । कुछ लोग कहते हैं कि अब ब्लॉग ख़त्म हो रहा है । लेकिन मेरा ऐसा मानना है कि अभिव्यक्ति...
View Article''घना जो अंधकार हो, तो हो रहे, तो हो रहे'' अभी तक प्राप्त रचनाओं को देखकर...
कभी कभी मैं सोचता हूं कि पर्व, त्यौहार, उत्सव इन सब का प्रयोजन क्या है, क्यों मनाये जाते हैं ये । और ये कि कुछ पर्व क्या किसी धर्म विशेष के लिये ही हैं । बहुत मनन करने पर पाता हूं कि विभिन्न...
View Articleदिल्ली में 'महुआ घटवारिन' का विमोचन और अब वापस दीपावली के तरही मुशायरे की...
तरही को लेकर इस बार लोग कुछ असमंजस में हैं । हालांकि काफी ग़जल़ें प्राप्त हो चुकी हैं । मगर फिर भी ऐसा लग रहा है कि मिसरे को लेकर कुछ उलझनें तो हैं । कुछ लोगों ने मिसरे पर अपने सुझाव दिये कि यदि ऐसे...
View Articleकल से शुरू होगा दीपावली तरही मुशायरा 'धना जो अंधकार हो, तो हो रहे, तो हो रहे ।
घना जो अंधकार हो तो हो रहे, तो हो रहेदीपावली का पर्व बिल्कुल पास आ चुका है । जैसा कि आपको बताया गया था कि 8 नवंबर से दीपावली का तरही मुशायरा प्रारंभ होगा । तो कल से दीपावली का तरही मुशायरा प्रारंभ...
View Articleअभिनव शुक्ल, धर्मेंद्र कुमार सिंह और सौरभ शेखर के साथ हम आज से प्रारंभ कर...
दीपावली आ ही गई है । रौशनी का पर्व । जिसे ठीक उस दिन ही मनाया जाता है जिस रात अमावस होती है । हम सब जीवन भर अंधेरे से एक लड़ाई लड़ते रहते हैं । कभी ये अंधेरा जीतता हुआ नज़र आता है तो कभी हम उससे जीतते...
View Articleकल ग़ज़लों के चराग़ रौशन हुए थे आज गीतों की दीपमाला सजा रहे हैं आदरणीय राकेश...
दीपावली को लेकर मन में जो विशेष उमंग रहती है वो शायद हम सबके बचपन से जुड़ी होती है । हम सब जो बचपन में पर्वों को, त्यौहारों को जी चुके हैं । हम उसी समय को त्यौहारों में जी रहे होते हैं । हर पर्व पर...
View Articleचलिये आज तरही को एक बार फिर से ग़ज़लों की दिशा में मोड़ देते हैं डॉ संजय...
दीपावली यदि नहीं होती घरों में सफाई तक नहीं होती, ये वाक्य कल किसी ने कहा । मुझे लगा बात तो सही है । आदमी लापरवाही की मिट्टी से बना है । उसे कोई कारण चाहिये होता है । दीपावली एक कारण होता है साफ सफाई...
View Articleदीपावली के पांच दिवसीय त्यौहार का पहला दिवस आप सबके लिये मंगलमय हो । आइये आज...
धन तेरस का मूल अर्थ क्या होता है ये तो हम भूल ही गये हैं । बाज़ार ने केवल 'धन' शब्द ही हमें याद रहने दिया है । बाज़ार उन्हीं शब्दों को बचा रहने देता है जो उसके लिये सुभीते के होते हैं । एक ऐसा दिन...
View Articleछोटी दीपावली का ये पर्व कवयित्रिओं के नाम, आज सुनिये देवी नागरानी जी,...
आज रूप चतुर्दशी है । कल आरोग्य का दिवस था तो आज रूप का है । उसके बाद कल धन का आयेगा । मतलब ये कि हमें बताया गया है कि हमारे जीवन के आवश्यक तत्वों का क्रम क्या है । सबसे पहले आता है अच्छा...
View Articleसबको दीपावली का ये त्यौहार शुभ हो मंगलमय हो । हर तरफ खुशियां हों आनंद हो ।...
आ गई आ गई दीपावली अपने रंगों और प्रकाश की छटा बिखेरती हुई आ गई है । उल्लास और उमंग का ये पर्व अपने पूरे सौंदर्य के साथ पूरे भारतवर्ष में और भारत के बाहर जहां जहां भी भारतीय हैं वहां वहां जगमगा उठेगा ।...
View Articleबासी दीपावली का अर्थ होता है कि बचे खुचे पटाखों को चलाना और बची खुची मिठाई को...
दीपावली का त्यौहार सकुशल और सानंद संपन्न हो गया । अंकित और गौतम के आने से और आनंद आ गया । दीपावली के एक दिन पहले तो दोनों का संदेश आ गया था कि आना संभव नहीं है । मुझ से अधिक निराशा परी और पंखुरी को...
View Articleबासी दीपावली को लेकर काफी बातें हुईं हैं । हमारे मालवांचल में बासी दीपावली और...
एक अधिकारिक सूचना पहले प्रदान की जाती है । वो सूचना ये कि दिनांक 2 दिसम्बर को सीहोर में शिवना प्रकाशन का आयोजन होने जा रहा है । कार्यक्रम में शिवना द्वारा दिये जाने वाले सुकवि रमेश हठीला सम्मान तथा...
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